विश्व मधुमेह दिवस पर मवई सीएचसी के डॉक्टरों ने बच्चों संग निकली जनजागरूकता रैली।

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खान पान का रखो ध्यान,नही मधुमेह ले लेगा जान,आदि प्रेरक नारों से किया जागरूक।

मवई(अयोध्या) ! सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवई के डॉक्टरों के साथ परिषदीय स्कूल के बच्चों ने विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर जनजागरूकता रैली निकाली।रैली स्कूल से निकलकर अस्पताल होते हुए मवई गांव तक गई इसके बाद वहां से वापस आई।इस दौरान प्रेरक नारो के अलावा पंपलेट बांटकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया।

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पूर्व माध्यमिक विद्यालय मवई के कक्षा छः से आठ तक के छात्र,छात्राएं आशा,एएनएम व सभी अध्यापक चिकित्सक मधुमेह दिवस पर जनजागरूकता निकली।बाल दिवस के मौके में डा0 रविकांत वर्मा अधीक्षक सीएचसी मवई द्वारा बच्चों को स्वस्थ्य रहने के लिए खाना, व्यायाम,पढने के लिए विषय चुनने आदि की जानकारी दी।साथ ही मधुमेह के लक्षण तथा इसके होने की वजह के साथ ही बचाव के उपाय बताए।इस रोग से ग्रसित लोगों को एहतियात बरतने से भी परिचित कराया गया। खासतौर पर खानपान,आचार-विचार और योग आदि पर चर्चा किया गया।रैली में महिला चिकित्सक डा अर्चना डा विनय सिंह संतोष तिवारी अमित गुप्ता अशोक कुमार कृष्ण कुमार उजमा खातून आदि लोग मौजूद रहे।

क्या है मधुमेह

सीएचसी मवई के अधीक्षक डा0 रविकांत वर्मा ने बताया मधुमेह मेटाबॉलिक बीमारियों का एक समूह है।जिसमें व्यक्ति के खून में ग्लूकोज(ब्लड शुगर) का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है।ऐसा तब होता है।जब शरीर में इंसुलिन ठीक से न बने या शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के लिए ठीक से प्रतिक्रिया न दें।जिन मरीजों का ब्लड शुगर सामान्य से अधिक होता है वो अक्सर पेशाब आने से परेशान रहते हैं।उन्हें प्यास और भूख ज्यादा लगती है।

सर्दी बढ़ाती है परेशानी

गुलाबी ठंड का यह मौसम बेशक सबके लिए सुकून भरा है।आम तौर पर इस मौसम को राहत भरा माना जाता है।लेकिन जानकारों की माने तो इस मौसम का मधुमेह के रोगियों पर बहुत बुरा असर पड़ता है।सर्दियों में मधुमेह के मरीजों के हाथ व पैर ज्यादा सुन्न रहते हैं।उनमें हर समय झनझनाहट बनी रहती है।रक्तचाप भी कभी बढ़ जाता है तो कभी कम हो जाता है।इसलिए सर्दियों में मधुमेह के मरीजों को अच्छे से गर्म कपड़े पहनकर रहना चाहिए।

मधुमेह के कारण

अधिक मात्रा में जंक फूड,पेय पदार्थो का सेवन और खाने-पीने की गलत आदतें मधुमेह का कारण बनती हैं।घंटों तक लगातार बैठे रहने से भी मधुमेह की संभावना बढ़ती है।अगर व्यक्ति मोटापे का शिकार हो।उसका वजन सामान्य से अधिक हो तो भी मधुमेह की सम्भावना बढ़ जाती है।

बीमारी से बचाव

डायबिटीज से बचाव में खान-पान और शारीरिक श्रम सबसे बड़ी भूमिका हैं।सही भोजन के इस्तेमाल से डायबिटीज की दिशा बदलने लगती है।व्यायाम भी करना जरूरी है।चालीस मिनट तेज और लगातार वॉकिंग डायबिटीज के इलाज में और बचाव में सबसे बड़ा मैजिक है।

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