November 7, 2025

वेजुबानों के निवाले को किसान कर रहे आग के हवाले , मवई क्षेत्र के खेतों में धान की पराली जलाने से फैला धुआं, पालतू पशुओं के चारे व विस्तर पर संकट

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वेजुबानों के निवाले को किसान कर रहे आग के हवाले,मवई क्षेत्र के खेतों में धान की पराली जलाने से फैला धुआं, पालतू पशुओं के चारे व विस्तर पर संकट

फोटो : पचलो गांव के समीप खेतों में जलते धान के अवशेष व राख में तब्दील हुए ढेर

मवई (अयोध्या) ! मवई ब्लॉक क्षेत्र के कई गांवों में किसानों द्वारा धान की पराली जलाने का दौर लगातार जारी है। पचलो, पूरेकामगार सहित कई गांवो के समीप दर्जनों स्थानों पर खेतों में धान के अवशेषों को आग के हवाले किया जा रहा है। इससे जहां हवा जहरीली हो रही है, वहीं पालतू पशुओं के निवाले और उनके बिछावन पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।लगातार तीन दिनों से क्षेत्र में उठ रहे धुएं के कारण वातावरण धुंध से भर गया है। सांस लेना मुश्किल हो गया है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पराली जलाने पर रोक केवल कागजों में है, जबकि ज़मीन पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा।किसानों का कहना है कि उन्हें खेत खाली करने की जल्दी रहती है, जबकि पराली निस्तारण के उपकरण गांवों में उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में वे मजबूर होकर पराली को आग के हवाले कर देते हैं। दूसरी ओर पशुपालक वर्ग परेशान है, क्योंकि यही पराली मवेशियों के लिए चारे और विस्तर का बड़ा स्रोत होती है।ग्रामीण पशुपालक देवेंद्र कुमार अनूप कुमार ने मांग की है कि पराली जलाने पर सख्ती के साथ किसानों को वैकल्पिक साधन उपलब्ध कराए जाएं, ताकि पर्यावरण और पशुओं दोनों की सुरक्षा हो सके।

कुछ किसान पुआल को कर रहे संरक्षित

जहां कुछ किसान धान की पराली को जला रहे हैं, वहीं कई जागरूक किसान इसका बेहतर उपयोग कर रहे हैं।कुछ किसानों ने अपने जुगाड़ू तरीकों से पुआल को संरक्षित करने का अभियान शुरू किया है। कोई खरही बनाकर पुआल बचा रहा है, तो कोई गिरे व भीगे धान के पौधों से अनाज निकालकर पुआल को धूप में सुखाकर सुरक्षित कर रहा है।
इन किसानों का कहना है कि थोड़ी मेहनत और समझदारी से वही पुआल मवेशियों के बिछावन और चारे दोनों का काम आ सकता है, जिससे न पर्यावरण प्रदूषित होगा और न ही वेजुबानों के निवाले पर संकट आएगा।इस बावत जहां मवई कृषि रक्षा इकाई के प्रभारी उमाशंकर वर्मा ने कहा कि मैं इसकी रिपोर्ट हल्का लेखपाल को देता है।कार्यवाही कराने की जिम्मेदारी उन्ही की है।वही रुदौली एसडीएम संतोष कुमार द्वितीय ने बताया मैं तत्काल इसे दिखवाकर कार्यवाही कराता है।इन्होंने कहा खेतो में पराली जलाना कानून अपराध है।

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