सनातन में जाति नहीं, कर्म की पूजा होती है-पूर्व विधायक खब्बू तिवारी
भक्ति, श्रद्धा और सनातन संदेश से सराबोर रहा तिवारी का पुरवा गांव

सोहावल,अयोध्या ! तहसील सोहावल क्षेत्र के तिवारी का पुरवा गांव शुक्रवार को आस्था और भक्ति के रंग में रंग गया। क्षेत्रीय पूर्व विधायक खब्बू तिवारी अपनी धर्मपत्नी रानू दूबे तिवारी के साथ जब गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने फूलमालाओं से गर्मजोशी से स्वागत किया। गांव निवासी पूर्व प्रधान आनंद तिवारी के घर पहुंचे पूर्व विधायक का आगमन पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा।कार्यक्रम में मथुरा से आए प्रसिद्ध कथा वाचक पवन देव जी महाराज ने अपने ओजस्वी प्रवचन से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का मूल भाव भक्ति, आस्था और सद्कर्म है, जिसमें किसी के प्रति भेदभाव का कोई स्थान नहीं है।पूर्व विधायक खब्बू तिवारी ने कहा कि सनातन धर्म में जाति नहीं, कर्म की पूजा होती है। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामावतार से पहले ही प्रभु श्रीराम की जीवनी लिख दी थी, और त्रेता युग में भगवान राम ने उसी मार्ग पर चलकर धर्म और कर्तव्य का पालन किया। इसी तरह ऋषि गार्गाचार्य ने द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण का नामकरण गौशाला में किया था। यह इस बात का प्रमाण है कि सनातन धर्म में जाति या स्थान का नहीं, बल्कि कर्म और आचरण का महत्व होता है।उन्होंने आगे कहा कि सनातन सबका है, सभी सनातनी हैं, और उसकी रक्षा करना हमारा पहला कर्तव्य है।ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा और जय श्रीराम, हर हर महादेव के जयघोष से अतिथियों का स्वागत किया। पूरे दिन गांव में श्रद्धा और भक्ति का माहौल बना रहा। कार्यक्रम में क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

