रुदौली में धान खरीद प्रक्रिया शुरू ,किसानों में उत्साह, मगर तौल केंद्रों पर व्यवस्थाओं का अभाव
फोटो: रुदौली नहर कोठी स्थित मार्केटिंग क्रय केंद्र पर धान खरीद का शुभारंभ करते विपणन अधिकारी अखिलेश कुमार।

रुदौली, अयोध्या ! रुदौली तहसील क्षेत्र में शनिवार से रबी सीजन की धान खरीद प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई। क्षेत्र के किसानों में इस बार सरकारी दर पर उपज बेचने को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। अब तक तहसील के विभिन्न गांवों के 502 किसानों ने पंजीकरण कराया है।
शनिवार को नहर कोठी स्थित मार्केटिंग विभाग के क्रय केंद्र पर क्षेत्रीय विपणन अधिकारी अखिलेश कुमार की उपस्थिति में धान खरीद का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस दौरान अख्तियारपुर के श्रीकिशन, जलालपुर के अवधेश कुमार व विक्रमादित्य, तथा शुक्लापुर के उमेश कुमार पांडेय ने सबसे पहले अपना धान बिक्री के लिए तौला।विपणन अधिकारी अखिलेश कुमार ने बताया कि रुदौली तहसील क्षेत्र में किसानों की सुविधा हेतु कुल आठ सरकारी धान क्रय केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें मार्केटिंग विभाग के पाँच, पीसीएफ के दो, और यूपीएस का एक केंद्र शामिल है। उन्होंने कहा कि सभी केंद्रों पर खरीद प्रक्रिया की नियमित निगरानी की जाएगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे और किसानों को समर्थन मूल्य (MSP) पर उपज का उचित मूल्य मिले।हालांकि, किसानों ने तौल केंद्रों पर बुनियादी सुविधाओं के अभाव की ओर ध्यान आकर्षित किया। कई केंद्रों पर छाया, बैठने और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी।जिससे नाराजगी भी देखने को मिली।किसानों का कहना था कि जब सरकार उन्हें बिचौलियों से बचाकर सरकारी खरीद की सुविधा दे रही है, तो केंद्रों पर न्यूनतम सुविधाएँ भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।स्थानीय किसान श्रीकिशन यादव ने कहा कि हम सरकार की पहल से खुश हैं कि समर्थन मूल्य पर खरीद हो रही है, लेकिन तौल केंद्रों की स्थिति में सुधार जरूरी है। इंतजार में पूरा दिन निकल जाता है।अधिकारियों ने भरोसा दिया कि आगामी दिनों में किसानों की सुविधा के लिए पानी और बैठने की व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने अपील की कि किसान समय से पंजीकरण कर निर्धारित तिथि पर ही धान लेकर आएं, जिससे अव्यवस्था न हो और खरीद सुचारू रूप से चलती रहे।सरकार का लक्ष्य है कि एक भी किसान को बिचौलियों के माध्यम से उपज बेचने के लिए मजबूर न होना पड़े, और हर किसान को अपनी मेहनत का पूरा मूल्य सरकारी दर पर मिले।

