मानवता भी बनी अवध की पंचकोसी परिक्रमा का हिस्सा , एसपी ग्रामीण ने बच्चे का खोमचा हटाकर दिखाई करुणा

अयोध्या। पंचकोसी परिक्रमा के पावन अवसर पर जहां पूरी रामनगरी भक्ति, सेवा और आस्था में डूबी हुई है, वहीं इसी परिक्रमा मार्ग पर शनिवार को मानवता का एक प्रेरक दृश्य भी देखने को मिला।एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते समय न केवल अपनी जिम्मेदारी निभाई, बल्कि एक संवेदनशील इंसान के रूप में दिल जीत लिया। परिक्रमा मार्ग पर एक छोटे बच्चे ने अपना खोमचा (फेरी का ठेला) सड़क के बीच में लगाया था। उसका पिता सामान लेने कहीं गया हुआ था, जिससे बच्चा अकेला रह गया था।जैसे ही एसपी ग्रामीण की नजर उस पर पड़ी, वे तुरंत आगे बढ़े और बिना किसी हिचकिचाहट के स्वयं बच्चे का खोमचा उठाकर सड़क के किनारे रखवाया, ताकि श्रद्धालुओं की आवाजाही में किसी तरह की बाधा न हो।यह दृश्य देखकर श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली और तालियों से एसपी ग्रामीण की इस मानवीय पहल की सराहना की। लोगों ने कहा कि यह कदम दर्शाता है कि जब प्रशासनिक अधिकारी संवेदना के साथ ड्यूटी निभाते हैं, तो व्यवस्था और मानवता दोनों का सम्मान होता है।आपको बता दे कि इससे पहले भी एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने 14 कोसी परिक्रमा के दौरान एक दिव्यांग श्रद्धालु की व्हीलचेयर स्वयं पकड़कर उसे सुरक्षित पार कराया था, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं।लगातार मिल रही ऐसी मिसालें यह साबित करती हैं कि एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी केवल कानून-व्यवस्था के रखवाले नहीं, बल्कि करुणा और मानवता के सच्चे प्रतीक बनकर उभरे हैं।परिक्रमा के इस आध्यात्मिक माहौल में उनका यह छोटा-सा कदम एक बड़ा संदेश दे गया कि भक्ति केवल मंदिरों में नहीं, इंसानियत के हर कर्म में बसती है।

