विश्व की सबसे छोटी महिला पहुंचीं रामनगरी अयोध्या , बोलीं, “रामलला के दर्शन से जीवन सार्थक हो गया”
 
                
अयोध्या! आस्था की धरती अयोध्या में गुरुवार का दिन विशेष बन गया, जब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज विश्व की सबसे छोटी महिला ज्योति किशन आमगे ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। महज 62.8 सेंटीमीटर (2 फीट 0.7 इंच) कद वाली महाराष्ट्र के नागपुर निवासी 32 वर्षीय ज्योति अपने परिवार संग रामलला के दर्शन को पहुंचीं।पैरों से चलने में असमर्थ ज्योति को उनके सहयोगी भोला राम ने गोद में उठाकर गर्भगृह तक पहुंचाया। जैसे ही उन्होंने बाल स्वरूप रामलला के दर्शन किए, उनकी आंखें श्रद्धा और भावनाओं से नम हो गईं।
वीडियो -ये क्या कह रही ये छोटी महिला
उन्होंने कहा कि “रामलला के दर्शन से आत्मा को अद्भुत शांति मिली, लगता है जैसे मैं प्रभु के साक्षात सानिध्य में हूं। अयोध्या की यह यात्रा मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मैं फिर यहां आऊंगी।”मंदिर व्यवस्था की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर की भव्यता और अनुशासित व्यवस्था देखकर मन प्रसन्न हो गया। उनके साथ माता, पिता, भाई, बहन और जीजा भी मौजूद रहे।मंदिर प्रशासन से जुड़े चिकित्सक डॉ. चंद्रगोपाल पांडेय ने बताया कि ज्योति का जन्म 16 दिसंबर 1993 को नागपुर में हुआ था। गूगल और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स दोनों में उनका नाम दुनिया की सबसे छोटी जीवित महिला के रूप में दर्ज है।
रामलला के चरणों में नतमस्तक हुई ये अदभुद महिला

रामलला के चरणों में सिर झुकाते हुए भावुक हो गई ज्योति ने कहा कि “कद भले छोटा हो, पर जब मन में भक्ति का सागर उमड़ता है, तो प्रभु तक पहुंचना आसान हो जाता है।”अयोध्या की पावन भूमि ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि यहां आस्था का आकार नहीं, उसकी गहराई मायने रखती है।विश्व की सबसे छोटी महिला ज्योति आमगे का यह दर्शन, भक्ति और विनम्रता की ऐसी मिसाल बन गया, जिसे श्रद्धालु लंबे समय तक याद रखेंगे।


 
                       
                       
                       
                      