दीपोत्सव में लखीमपुर की अनोखी भेंट , गोबर और मिट्टी से बने 25 हजार इको – फ्रेंडली दीपक पहुंचा अयोध्या
लखीमपुर की मिट्टी से बना हर दीया अब अयोध्या की पवित्र भूमि पर आत्मनिर्भर भारत की ज्योति जलाएगा।

बीडीओ संदीप तिवारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने महापौर को सौंपे दीए, महिलाओं की मेहनत और आत्मनिर्भरता का उदाहरण बनेगा दीपोत्सव

अयोध्या। भव्य दीपोत्सव 2025 की पावन तैयारी में अब लखीमपुर की खुशबू भी शामिल हो गई है। लखीमपुर खीरी जिले के धौरहरा ब्लॉक की ग्रामीण महिलाओं ने गाय के गोबर, मिट्टी और जड़ी-बूटियों की सुगंध से बने 25 हजार इको-फ्रेंडली दीपक तैयार कर अयोध्या भेजे हैं। मंगलवार को नगर निगम कार्यालय में महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी को इन दीपकों को बीडीओ संदीप कुमार तिवारी ने सौंपा।

महापौर ने इस पहल के लिए जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल और मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक कुमार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “अयोध्या का दीपोत्सव केवल प्रकाश का पर्व नहीं, बल्कि जनसहभागिता और आत्मनिर्भर भारत का उत्सव है। लखीमपुर की महिलाओं ने अपनी मेहनत और सृजनशीलता से इस अभियान को नई ऊंचाई दी है।”

नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने भी इन पर्यावरण-अनुकूल दीयों का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास न केवल स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को मजबूत करते हैं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाते हैं।बीडीओ संदीप कुमार तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इको-फ्रेंडली दीपोत्सव के संकल्प को साकार करने के लिए लखीमपुर की आकांक्षी ब्लॉक धौरहरा की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने इन दीपकों को दो माह की मेहनत से तैयार किया है। उन्होंने बताया कि सीडीओ अभिषेक कुमार ने विकास भवन परिसर से इन दीयों से भरे वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।इन दीयों में प्रयुक्त गाय का गोबर, मिट्टी और औषधीय जड़ी-बूटियां न केवल इन्हें प्रदूषण मुक्त बनाते हैं, बल्कि जलने पर वातावरण को सुगंधित भी करते हैं। इस नवाचार से ग्रामीण महिलाओं की आमदनी बढ़ी है और आत्मनिर्भरता का दीप भी प्रज्ज्वलित हुआ है।इस अवसर पर उपसभापति राजेश गौड़, पूर्व उपसभापति जयनारायण सिंह रिंकू, पार्षद बृजेंद्र सिंह, अनुज दास, अनिल सिंह, सूर्यकुमार तिवारी सूर्या, अजय पांडेय, धर्मेश मिश्र, अभिनव, सौरभ सूर्यवंशी, रामशंकर सहित कई जनप्रतिनिधि और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे।

