जगजीवनपाल हत्याकांड : तो भतीजे ने ही चाचा का गला घोंटकर उतारा था मौत के घाट

खेत बटाई को लेकर हुए विवाद को लेकर हुई हत्या,पुलिस ने 60 घंटे में ही हत्या का किया अनावरण, हत्यारोपी गिरफ्तार,बाबा बाजार थाना क्षेत्र के कलापुर मजरे रेछ गांव में तीन दिन पूर्व हुई थी वारदात।
मवई(अयोध्या) ! बाबाबाजार थाना क्षेत्र में तीन दिन पूर्व हुई बुजुर्ग की हत्या का राजफाश हो गया है।पुलिस ने 60 घंटे के अंदर ही हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि करीब 60 वर्षीय भतीजे ने ही 70 वर्षीय अपने चाचा की गला दबाकर हत्या कर दी थी।पुलिस के मुताविक जमीन बंटवारे के विवाद को लेकर भतीजे ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
ग्राम कलापुर मजरे रेछ निवासी 70 वर्षीय जगजीवन पाल पुत्र स्व. महराजदीन बुधवार की रात अपने घर में सो रहे थे।गुरुवार की सुबह उनका शव घर की चहार दीवारी के अंदर लगे हैण्ड पंप के पास से खून से लथपथ बरामद हुआ था।घटना की सूचना मिलते ही फोरेंसिक टीम के साथ सीओ आशीष निगम व थाना प्रभारी शैलेन्द्र कुमार आजाद ने मौके पर पहुंचकर घटना की गहनता से छानबीन कर शव को सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।पुलिस के मुताबिक तफ्तीश के दौरान उन्हें मृतक व उनके भतीजे के बीच जमीनी विवाद का मामला सामने आया था।पुलिस ने भतीजे जागवराम 60 वर्ष को आशंका के तौर पर हिरासत में लेते हुए पूँछताक्ष की तो पूरा माजरा सामने आ गया।इस घटना के अनावरण में लगाई गई टीम में शामिल पटरंगा थाने के प्रभारी निरीक्षक शशिकांत यादव ने बताया कि मृतक जगजीवन पाल काफी समय से अपने परिवार के साथ देहरादून में रहते थे।उनकी पैतृक खेती बारी करीब ढाई बीघे भतीजे जागवराम ही बोया करते थे।जब कभी जगजीवन पाल देहरादून से आते तो जागवराम थोड़ा बहुत अनाज दे देते थे,और पूरा स्वयं रख लेते थे।मृतक जगजीवन पाल ने इस बार खेत को किसी दूसरे बटाईदार को देना चाहते थे।बस इसी बात से नाराज जागवराम ने घर पर अकेले रहे चाचा की गला दबाकर हत्या कर दी।
रात्रि 8:30 बजे ही हो गई थी हत्या
कलापुर गांव के जगजीवन पाल की हत्या गुरुवार की शाम करीब 8:30 बजे ही हो गई थी।जब वो खाना बनाने की तैयारी कर रहे थे।हत्यारोपी भतीजे ने पूँछताक्ष के दौरान पुलिस को बताया कि जब उसे पता चला कि चाचा अपनी जमीन को दूसरे को देने के लिए गांव में बटाईदार खोज रहे है।बस इसी बात से झल्लाये जागवराम गुरुवार की देर शाम करीब 8 बजे अपने चाचा के घर पहुंचे और बातचीत के दौरान जगजीवन पाल ने भतीजे को खेत देने से मना किया।इसी पर जगवराम ने अपने चाचा की गला घोंटकर हत्या कर दी।मौत के बाद सर जमीन पर बने पक्के फर्स से टकराने पर अधिक खून भी बहा।
रिश्ते ने किया रिश्ते का कत्ल
बाबाबाजार थाना क्षेत्र में हुई जगजीवन पाल की हत्या का राजफाश होने के बाद एक बार फिर लोगों का मानों रिश्तों पर से भरोसा ही डगमगा गया।जिसने भी इस घटना के अनावरण की कहानी सुनी वही अचंभित हो गया।बनी गांव के अनिल तिवारी ने कहा भैया इन रिश्ते नातों का क्या बचा,कि जिसने चाचा को अपने बेटे की सगाई में निमंत्रण देकर बुलाया।उसी भतीजे ने मामूली बात के लिए अपने चाचा की गला घोंटकर हत्या कर दी।
