फूलों से बढ़ा लगाव,तो घर कार्यालय पर खिला डाली फुलवारी

अयोध्या –इस संसार में महिला हो या फिर पुरुष, बूढ़े बच्चे जो भी इंसान है। हर कोई का प्रकृति से अलग अलग जुड़ाव है। लोग इस प्रकृति का आनंद अपने अपने तरीके से जी रहे है और उपभोग कर रहे है। किसी को ताजे पके फलों को खाने से प्यार है। तो किसी को रंग बिरंगे फूलों से भी प्यार है। ऐसा ही कुछ हटकर अंदाज सोहावल ब्लॉक की सीडीपीओ डा.अनीता सोनकर का है। जिन्हें पचपन से फूलों खुश्बू ने इस कदर दीवाना बना दिया है कि वह घर आंगन से लेकर जहां भी नौकरी पेशे में तैनात रहती है। वहीं फूलों के प्रति अपने प्यार को प्रदर्शित करते हुए। घर और कार्यालय के आस पास फुलवारी लगा डाली। करीब साल भर पहले सोहावल सीडीपीओ के पद पर डा.अनीता सोनकर की तैनाती हुई है।
दशकों से बाल विकास परियोजना विभाग में कार्यरत अनीता सोनकर ने बताया कि रंग बिरंगे फूलों से इनका बेहद जुड़ाव है। बचपन से इन्हें फूलों की खुश्बू से बेहद प्यार है। प्रकृति को सदैव हरा भरा देखने की तमन्ना रखने वाली सीडीपीओ ने हिंदुस्तान को बताया कि उनकी जहां भी पोस्टिंग होती है। वहीं यह अपनी बागवानी और फुलवारी तैयार कर लेती है। सोहावल में पोस्टिंग के बाद सीडीपीओ ने कार्यालय की रंगाई पुताई करवाकर तो चमका ही दिया है। कार्यालय के सामने इन्होंने अपनी शौक को पूरी रखने के लिए पिटोनिया,गजेनिया, बर्बीना,पैंजी,कॉसमॉस, कैंडुला, गेंदा, ब्रोगन,बेला, चमेली,गुलाब,गुड़हल, क्रोटन आदि तरह के फूल लगवाकर फुलवारी सजा ली है। साथ ही कार्यालय के बाग तहसील प्रशासन की मदत से एक ग्रामीण के कब्जे से सरकारी जमीन मुक्त करवाकर आम,आंवला आदि के पेड़ लगाकर बागवानी खड़ी करने की पहल कर दी है।यही नहीं सीडीपीओ ने बागवानी में हल्दी की भी खेती कर डाली है। हिमांचल से बीज लाकर हल्दी की फसल भी उगा डाली है। डा.अनीता सोनकर ने बताया कि पुष्प और पेड़ पौधों से उनका बड़ा लगाव है। प्राकृतिक चीजों से प्रेम इस कदर इन पर हावी है कि इन्होंने अपने लखनऊ निज आवास पर बनी छतों पर साढ़े चार सौ गमले रखकर उनमें भी सैकड़ों फूल और आम्रपाली जैसे आम, पपीता, आदि तरह के फलों की बागवानी तैयार कर डाली है।
