अयोध्या : मासूम बच्चे के लिए वरदान साबित हुई मवई की आरबीएसके टीम

जन्मजात क्लबफुट से ग्रसित मासूम अयांश के परिजन थे परेशान
चार बार प्लास्टर चढ़ने के बाद 90% ठीक हुआ अयांश का पैर
मवई ब्लॉक के गंजकरी गांव में अजय कुमार का पुत्र है अयांश
मवई(अयोध्या) ! गंभीर रोग से ग्रसित बच्चों के लिये जिले में संचालित आरबीएसके यानी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एक वरदान साबित हो रहा है।ये योजना खास तौर पर उन बच्चों के लिए बहुत कारगर साबित हो रही है।जिनके माता पिता अपनी आर्थिक तंगी के कारण गंभीर रोग से ग्रस्त अपने बच्चे का समुचित इलाज नहीं करा सकते हैं।जिले में ऐसे कई मामले सामने आ भी चुके हैं।ऐसा ही एक मामला मवई विकासखंड के गंजकरी गांव के अजय कुमार व उनकी पत्नी विजय कुमार के नवजात पुत्र के सफल उपचार को लेकर सामने आ रहा है।
जानकारी के मुताबिक बच्चे अयांश के जन्म लेने के कुछ दिन बाद परिजनों ने देखा कि उनके बच्चे दाहिना पैर कुछ टेढ़ा है।परिजन कई चिकित्सकों को दिखाकर सलाह लिया लेकिन महंगे खर्च के कारण वे उसका उपचार नही करा पा रहे थे।जन्मजात दोष से पीड़ित अयांश के पिता अजय कुमार ने बताया कि कुछ दिन बाद अपनी सहायिका कौशल देवी के साथ घर पर पोषण खाद्यान्न देने आई आंगनबाड़ी कार्यकत्री सुषमा देवी को उनकी पत्नी ने बच्चे के पैर को दिखाया।तब उन्होंने तत्काल आरबीएसके टीम के प्रभारी डा0 उबेदुर्रहमान व डा0 रंजना गुप्ता को फोन कर सूचना दी।सूचना मिलते ही चिकित्सकों की पूरी टीम उनके घर पहुंची।और बच्चे की फोटो खींचकर तत्काल जिले के चिकित्सक से संपर्क किया।अयांश के पीड़ित पिता ने बताया विगत एक माह में 4 प्लास्टर चढ़ा है और बच्चे का पैर लगभग 90% सही हो गया।चिकित्सकों ने बताया कि अभी एक प्लास्टर और चढ़ेगा और एकदम पैर ठीक हो जाएगा।टीम की चिकित्सक रंजना गुप्ता व एएनएम चित्रा गोयल ने बताया कि इससे पूर्व जैसुखपुर में 6 माह के बच्चे साजिद का ओंठ कटा था।जो उपचार के बाद स्वस्थ हो गया।सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में वापस घर आ गया।डा0 आशा चौधरी ने बताया कि उनकी टीम द्वारा बैसन पुरवा में 6 माह के एक बच्चे को चिन्हित किया था।उसका ओंठ और तालू दोनों कटा था।जो निःशुल्क उपचार के बाद अब ठीक हो गया।
