अयोध्या से बाराबंकी जिले की ओर चला गया तेंदुआ-डीएफओ

दो दिन पूर्व कोटवा जंगल में दिखे हिंसक जानवर ने ग्रामीणों में मचाई थी दहशत
एक वर्ष बाद विगत सात दिन से जंगल से इतर आबादी क्षेत्र के करीब धमा चौकड़ी भर रहा ये हिंसक जीव
प्रभागीय वनाधिकारी डा0 मनोज खरे ने बरामद पगचिह्न को लेकर हिंसक जानवर को बताया तेंदुआ।
मवई ! तहसील रुदौली के मवई क्षेत्र एक बार फिर विगत एक सप्ताह से जंगलों के किनारे धमा चौकड़ी भर रहा हिंसक जीव तेंदुवा है या लैपर्ड ये अभी स्पष्ट नही।वन क्षेत्राधिकारी ओम प्रकाश ने बताया हिंसक जीव की पहचान अभी स्पष्ट नही है फिरहाल ग्रामीणों ने जो हुलिया बताया है उससे तो लैपर्ड ही लग रहा है।वही डीएफओ डा0 मनोज खरे बने बताया कि अब तक जो पग चिन्ह बरामद हुए है उन्हें देखकर ये लगता है कि हिंसक जीव बिग कैट प्रजाति का तेंदुआ है।
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बता दे कि विगत दस दिन से तहसील रूदौली के सैदपुर के आस पास के गांवों में तेंदुआ दिखने से लोग भयभीत है।हालांकि अभी तक इस विग कैट प्रजाति के हिंसक तेंदुवे ने कोई जनहानि नही पहुंचाई है।वो जंगलों के वन्य जीव जन्तुओं को ही अपना आहार बनाया है।हां इतना जरूर है कि वो शिकार का पीछा करते हुए जंगल से निकलकर गांव के समीप खेत खलियानों तक जरूर आया है।जिसे ग्रामीणों सहित वनकर्मियों व पुलिसकर्मियों ने भी कई बार देखा है।इस हिंसक जानवर को लेकर अब तक ग्रामीणों के अलग अलग बयान सामने आ रहे है।सिकधारी पुरवा की ग्रामीणों की माने तो पांच फुट लंबे व लगभग ढाई फुट ऊंचे इस हिंसक जानवर के शरीर पर धारीदार रेखा है।वही कुछ लोग चित्तीदार भी बता रहे है।कुछ लोग तो यहां तक कहते है कि इस जंगल मे दो हिंसक जानवर है।नाम न छापने की शर्त पर क्षेत्र के कुछ संविदा वनकर्मी भी दबी जुबान से इस बात पर सहमति जता रहे है।हालांकि क्षेत्रीय वनाधिकारी ओम प्रकाश अभी भी तेंदुआ होने की बात से ही साफ इंकार कर रहे है।इनका कहना है ये लैपर्ड हो सकता है।जबकि जिले प्रभागीय वनाधिकारी डा0 मनोज खरे ने स्पष्ट कहा है कि जंगल में एक तेंदुआ है जो बीच मे शिकार का पीछा करते हुए गांव समीप पहुंच गया था।जो इस समय कोटवा जंगल से निकलकर बाराबंकी जिले के दिलवालपुर चौकी क्षेत्र के जंगलों में विचरण कर रहा है।शुक्रवार को उसने वहां एक जंगली वन्यजीव पाड़ा का शिकार किया है।किसी को डरने की जरूरत नही है।बस ग्रामीण अपनी सुरक्षा हेतु एहितयात बरतते रहे।फिरहाल वनकर्मीयों की टीम अभी तैनात है।
हैदराबाद के नवाब ने वर्ष 2009 में यहां मारा था हिंसक बाघिन।
रुदौली तहसील के सैदपुर क्षेत्र में सर्व प्रथम वर्ष 28 दिसम्बर 2008 में एक बाघ ने दस्तक देकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया था। 2 महीने तक इस बाघिन ने क्षेत्र में तमाम हिंसक घटनाओं को अंजाम देकर लोगों का जीना हराम कर दिया था।जिसे पकड़ने के लिए वन विभाग के अफसरों ने ऑपरेशन टाइगर के स्पेशलिस्ट नवाब साहब को हैदराबाद से बुलाया था।लेकिन काफी प्रयास के बाद उसे वह भी पकड़ने में नाकाम रहे और 14 फरवरी 2009 को उन्होंने उस हिंसक बाघिन को अपनी बंदूक की गोली से मार गिराया था।
2013 में फिर हिंसक जानवर के आमद की उड़ी अफवाह।
बाघिन के मरने के लगभग 4 साल बाद सैदपुर क्षेत्र में एक बार फिर ग्रामीणों ने हिंसक जानवर के दस्तक देने की बात वन विभाग को बताई। जिसके बाद लगभग 2 महीने तक वन विभाग की टीम ने जंगल में कांबिंग कर जगह-जगह पिंजरे लगाए लेकिन कुछ भी पकड़ने में नाकाम रहे।उस समय लकड़बग्घा की बात बताते हुए वन विभाग ने भाग जाने की बात भी कही।लेकिन ग्रामीणों की माने तो उस समय भी हिंसक जानवर लकड़बग्घा नहीं बल्कि तेंदुआ ही रहा।
जंगलों व खेतो में दिखते रहे मृतक पशु।
बाघिन के मरने के बाद तहसील रुदौली क्षेत्र के सैदपुर वन ब्लॉक में जंगलों व गांव के आसपास खेतों में पालतू पशुओं व जंगली पशुओं के मृत शव अवसर मिलते रहे हर बार ग्रामीण किसी हिंसक जानवर के आमद होने की आशंका व्यक्त करते रहे। लेकिन वन विभाग के अफसर हर बार उसे पकड़ने के वजाय जंगली सियार आदि जानवरो द्वारा घटना को अंजाम देने की बात बताते रहे।लेकिन सैदपुर के प्रधान प्रतिनिधि व आसपास गांव के ग्रामीण ने इस बार दावा किया है कि सैदपुर के जंगल मे तेंदुवा व बाघ जैसे खतरनाक पशु ने अपना ठिकाना बना रखा।जो यदा कदा जंगल से निकलकर गांव की ओर रुख कर देते है पालतू पशुओं को अपना निवाला बनाते है।
चौदह सौ हेक्टेयर में फैला हुआ है जंगल।
जिले के अंतिम सीमा पर स्थित तहसील रुदौली का एक बड़ा भूभाग जंगलों के रूप में है यहां लगभग 1400 हेक्टेयर भूमि पर जंगल स्थित है जो आदि गंगा गोमती के किनारे होते हुए कुमारगंज क्षेत्र को जाता है।इन जंगलों में ही हिंसक जानवर अपना ठिकाना बनाते है।साथ ही कई बार ये जंगल चोर उचक्कों व बदमाशों के लिये भी मुफीद साबित हुआ है।सैदपुर क्षेत्र में ये जंगल काफी घना है जो दर्जनों गांवों के समीप से होकर गुजरा है।
रहे सतर्क और अफवाह से बचे-डीएफओ
सैदपुर क्षेत्र में हिंसक जानवर की आमद से ग्रामीण दहशत में है।वन क्षेत्राधिकारी विक्रमजीत ने बताया कि जंगलों में काम्बिंग चल रही है।इन्होंने ग्रामीणों का आवाहन किया है।कि अफवाह से बचे और देर शाम को जंगलों की ओर न जाएं।सैदपुर के जंगलों में विगत 5 दिनों से दहशत का माहौल पैदा करने वाला पशु तेंदुआ है ऐसा “हिंदुस्तान” से खास बातचीत के दौरान जिले के प्रभागीय वनाधिकारी डॉ मनोज खरे ने बताया है।उन्होंने बताया कि इससे कोई जनहानि अब तक नहीं हुई है।कभी कदार वह जंगल से बाहर निकलता है लेकिन किसी को कोई नुकसान नहीं करता।इस समय वह अयोध्या सीमा से निकलकर बाराबंकी जिले के जंगल में पहुंच चुका है।इन्होंने बताया एहतियात के तौर पर मवई क्षेत्र में वनकर्मियों की चार अलग अलग टीमें असलहे से लैस होकर गांवों के आस पास काम्बिंग करते हुए सुरक्षा हेतु मुस्तैद है।
