अयोध्या : बकरीद को शांतिपूर्ण व सकुशल संपन्न कराने को लेकर धर्मगुरुओ के साथ की बैठक

अयोध्या ! जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कलेक्ट्रेट सभागार मे 1 अगस्त 2020 को होने वाले बकरीद पर्व को शांतिपूर्ण व सकुशल संपन्न कराने तथा दिनांक 01, 02 व 03 अगस्त को होने वाली कुर्बानियों के दृष्टिगत मुस्लिम धर्मगुरुओं व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की।बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि हम सभी धर्मगुरुओं का स्वागत करते है। श्री झा ने कहा कि इस समय देश में कोविड-19 महामारी प्रसार की रोकथाम हेतु शासन-प्रशासन व जनपद वासियों द्वारा इतनी सावधानियां बरतने के बावजूद भी बड़ी संख्या में संक्रमित लोग सामने आ रहे हैं। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अब हमें और भी सावधानियां बरतने व इस वैश्विक महामारी को और गंभीरता से लेने की जरूरत है। जनपद में बड़े पैमाने पर कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों का सर्वे का कार्य कराया गया जिसमें मिले सिंप्टोमेटिक लोगों आगामी एक-दो दिनों में कोरोना टेस्ट करा दिया जाएगा।बैठक में कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण जारी मिनी लॉकडाउन के दौरान शनिवार व रविवार को लॉकडाउन, आगामी 1 अगस्त को होने वाले बकरीद पर्व तथा दिनांक 01, 02 व 03 अगस्त को होने वाली कुर्बानियों दिनांक 3 अगस्त को सावन के अंतिम सोमवार व रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर जनपद में जारी धारा 144 व महामारी अधिनियम के दृष्टिगत कहीं पर भी 5 से अधिक लोगों को इकट्ठा नहीं होना चाहिए। कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम व बचाव के दृष्टिगत सभी लोग शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करे कोरोना संक्रमण से स्वयं को सुरक्षित रखने हेतु कुर्बानियां अपने-अपने घरों पर छोटे जानवरों का ही करें सामूहिक रूप से और सार्वजनिक स्थल पर कोई भी कुर्बानी न करें। जिलाधिकारी ने बताया कि मस्जिदों में नमाज पढ़ने सम्बन्धी पुराने दिशा निर्देश ही जारी रहेंगे। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि शासन स्तर से किसी भी प्रकार की नई गाइडलाइन जारी होने पर सभी को तत्काल सूचित किया जाएगा।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नगर वैभव शर्मा, एसपी सिटी विजय पाल सिंह, एसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश सिंह, सीओ सिटी अरविंद चैरसिया व मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद शमशुल कमर फैजी, मुफ्ती मेराजुल कादरी, डाॅ नजमुल हसन गनी, कारी इरफान अहमद, मोहम्मद अरशद काशमी, मास्टर फुरकान अहमद, मुफ्ती शमशुल कमर, मोहम्मद शारिब, मो आजम कादरी, मुनीर आब्दी, मो साबिर साबिक आदि मुस्लिम धर्मगुरु उपस्थित थे।
