अयोध्या: नहर हादसा- शादी की दूसरी वर्षगांठ मनाने से पहले ही काल के गाल में समा गए रेलवे अभियंता अमित

मवई(अयोध्या) ! अयोध्या जिले में बुधवार की सुबह हुए सड़क हादसे में समस्तीपुर के डीडीसी वरुण मिश्रा के दामाद व वैशाली के लालगंज के जैतीपुर के रहने वाले रेलवे इंजीनियर अमित कुमार की दर्दनाक मौत हो गई।अमित कुमार, आईआरएस थे व पंजाब के सूरजपुर फिरोजपुर रेलवे में सीनियर डीईएन के पद पर कार्यरत थे।ये मूलतः लालगंज वैशाली के निवासी थे। 25 जून को उनकी शादी की दूसरी सालगिरह थी।इसीलिए वे पंजाब से बिहार प्रान्त के समस्तीपुर जनपद आ रहे थे।लेकिन रास्ते में मवई थाना क्षेत्र में हादसा के शिकार हो गए।
हादसे के वक्त कार चला रहे ड्राइवर वीरेंद्र पाल
पंजाब में ही मृतक अमित के साथ रेलवे में खलासी पद पर कार्यरत वीरेंद्र पाल सिंह ने बताया मृतक अमित साहेब के अभी तीन माह पूर्व बेटी हुई है।वे लॉक डाउन के चलते उसे देखने नही आ पाए।25 जून को शादी की दूसरी साल गिरह भी थी और साहेब पत्नी बच्चे को पंजाब लाना चाहते थे इसलिए वे मंगलवार की दोपहर तीन बजे पंजाब से एक अन्य निजी ड्राइवर रविकुमार कुमार को साथ मे लेकर निकले।पूरी रात यात्रा चलती रही कही गाड़ी नही रोकी गई।कुछ देर साहेब ने स्वयं गाड़ी चलाई और हम चलती गाड़ी में ही खाना खाए।वीरेंद्र पाल ने बताया चूंकि सफर लंबा था इसलिए सभी क्रमवार गाड़ी चलाते रहे।इन्होंने कि गाड़ी चलाते चलते उन्हें अचानक नींद आ गई।और वे सीधे गाड़ी लेकर नहर में गिर गए।
दम घुटने लगा तो साहेब को छोड़ पानी से निकल लगाई गोहार-ड्राइवर
मृतक अभियंता के साथ कार पर रहे ड्राइवर वीरेंद्र कुमार पाल व रविकुमार ने बताया कि जैसे ही गाड़ी नहर में गिरी।गाड़ी पानी मे बैठती चली गई।वीरेंद्र पाल ने बताया साहेब का गेट व सीसा खोलने की कोशिश की गई।लेकिन नही खुला और गाड़ी में पानी भी भर गया।जब दम घुटने लगा तो दोनों स्वयं तैरकर बाहर निकले और बचाओ बचाओ की गोहार लगाए।जब तक लोग इकट्ठा हुए तब तक बहुत देर हो चुकी थी।और चार घंटे बाद साहेब की उसी गाड़ी में लाश बरामद हुई।ये बात बताते हुए पंजाबी ड्राइवर वीरेंद्र पाल सिंह फफककर रो पड़ा।
